उत्तराखंड :- डब्लू डब्लू ई (वर्ल्ड रेसलिंग इंटरटेनमेंट) की दुनिया में भारत का नाम रोशन करने वाले विश्व विख्यात चैंपियन ग्रेट खली (दलीप सिंह राणा) पहली बार पूरे परिवार के साथ जौनसार-बावर के हनोल स्थित सिद्धपीठ श्री महासू देवता मंदिर पहुंचे। डब्लूडब्लूई रेसलिंग में जाने के बाद उन्हें पहली बार महासू मंदिर में आने का सौभाग्य प्राप्त हुआ। महासू देवता उनके कुल आराध्य भी हैं। वह अपने सात सगे भाइयों, पिता और पुत्री के साथ देवता के दरबार में पहुंचे। ग्रेट खली को देखने के लिए हनोल में प्रशंसकों की भीड़ जुटी रही।
हिमाचल के सिरमौर जिले की शिलाई तहसील के धिरायना-नैनीधार निवासी ग्रेट खली शुक्रवार शाम परिवार के साथ महासू देवता मंदिर हनोल पहुंचे। उनका ग्रामीणों और मंदिर प्रबंधन समिति ने परंपरागत तरीके से स्वागत किया। खली के साथ उनके पिता ज्वाला राम राणा, बड़े भाई मंगल सिंह राणा, छोटे भाई भगत राम राणा, इंदर सिंह राणा, अतर सिंह राणा, सुरेंद्र सिंह राणा, यशपाल राणा और पुत्री अवलीन राणा ने मंदिर में विशेष पूजा-अर्चना की।
यह पहला मौका है जब ग्रेट खली अपने सातों भाइयों के साथ महासू मंदिर में रात्रि जागरण के लिए पहुंचे। ग्रेट खली पंजाब के जालंधर और हरियाणा के कुरुक्षेत्र में रेसलिंग एकेडमी का संचालन कर युवाओं को प्रशिक्षित कर रहे हैं। पैर में चोट की वजह से वह रिंग में नहीं उतर पा रहे हैं, जबकि रेसलिंग से उनका जुड़ाव बरकरार है।
ग्रेट खली को हनोल-चातरा के प्रधान एवं चकराता ब्लाक प्रधान संगठन के महासचिव हरीश राजगुरु, मंदिर के पुजारी शोभाराम नौटियाल, प्रधान संगठन के उपाध्यक्ष तेजपाल सिंह राणा और मंदिर प्रबंधन समिति ने स्मृति चिह्न के रूप में महासू देवता की फोटो भेंट की। इस दौरान खली ने कहा कि महासू देवता के दरबार में उनके परिवार के लोग कई बार आए हैं।