केदारनाथ उपचुनाव के लिए कांग्रेस ने कमर कस ली है। जल्द मंडल व ब्लाक स्तर पर पार्टी की ओर से प्रभारी और पर्यवेक्षक नियुक्त किए जाएंगे। जिसमें पार्टी वरिष्ठ नेताओं, विधायकों, पूर्व विधायकों व पदाधिकारियों को जिम्मेदारी सौंपी जाएगी। प्रदेश कांग्रेस कमेटी की ओर से प्रभारियों व पर्यवेक्षकों की सूची तैयार की जा रही है, जिसमें अंतिम निर्णय समन्वय समिति की बैठक में लिया जाएगा। बदरीनाथ और मंगलौर उपचुनाव में मिली जीत से कांग्रेस उत्साहित है। अब कांग्रेस का अगला मिशन केदारनाथ विधानसभा को फतह करने का होगा।
इसके लिए पार्टी ने चुनावी रणनीति बनानी शुरू कर दी है। कांग्रेस की ओर से जहां आपदा से प्रभावितों की समस्याओं को मुद्दा बनाया जा रहा है। वहीं, केदारनाथ प्रतिष्ठा रक्षा यात्रा से भी पार्टी के पक्ष में एक माहौल बनाया जा रहा है। शुक्रवार को प्रदेश कांग्रेस समन्वय समिति की पहली वर्चुअल बैठक में उपचुनाव के साथ निकाय व पंचायत चुनाव के विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की गई।
कांग्रेस शीघ्र ही मंडल से लेकर ब्लाक स्तर पर प्रभारी और पर्यवेक्षक नियुक्त करेगी। जो बूथ स्तर तक पार्टी को मजबूत करने और कार्यकर्ताओं में समन्वय बनाने का काम करेंगे।
केदारनाथ उपचुनाव के लिए पार्टी की तैयारियां पहले से चल रही हैं। मंडल व ब्लाक स्तर पर प्रभारियों व पर्यवेक्षकों की नियुक्ति शीघ्र की जाएगी। 10 सितंबर को प्रदेश कांग्रेस समन्वय समिति की बैठक में निर्णय लिया जाएगा। केदारनाथ उपचुनाव में भाजपा को हार का डर सता रहा, जिससे भाजपा ने पांच मंत्रियों को केदारनाथ विस में जिम्मेदारी सौंपी है। -करन माहरा, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष