“कोहरे के कारण लखनऊ एयरपोर्ट पर पांच उड़ानें डायवर्ट, 17 फ्लाइट्स लेट, तापमान में गिरावट से बढ़ी सिहरन”

शुक्रवार सुबह कोहरे के चलते दृश्यता कम रही। इससे पांच विमानों को लखनऊ एयरपोर्ट पर लैंड नहीं करवाया जा सका। हैदराबाद, जयपुर, बेंगलुरु, इंदौर से पहुंचे विमान हवा में चक्कर काटते रहे, फिर उन्हें डायवर्ट कर दिया गया। कोहरा कम होने पर विमान अमौसी एयरपोर्ट पर उतारे गए। अमौसी एयरपोर्ट से खाड़ी देश दम्माम जाने वाली फ्लाईनास की फ्लाइट संख्या एक्सवाई-897 को निरस्त कर दिया गया। इसे निरस्त करने का कारण कम दृश्यता व क्रू की फ्लाइट ड्यूटी पूरी होना बताया गया। लखनऊ-नागपुर की फ्लाइट एस 9- 332 व एस 9-331 भी निरस्त कर दी गई। कुल 17 फ्लाइटें आधे घंटे से लेकर तीन घंटे तक लेट रहीं। इससे यात्रियों को असुविधा हुई।

चौधरी चरण सिंह अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट पर कोहरे के कारण शुक्रवार को पांच विमान हवा में चक्कर काटते रहे। इसके बाद उन्हें जयपुर, नागपुर व वाराणसी एयरपोर्टों पर डायवर्ट कर दिया गया। हैदराबाद से लखनऊ आने वाली एयर इंडिया एक्सप्रेस की फ्लाइट संख्या आईएक्स-2813 शुक्रवार सुबह 4:47 बजे रवाना हुई और समय पर अमौसी एयरपोर्ट पहुंची। यहां कम दृश्यता के कारण विमान को जयपुर डायवर्ट कर दिया गया। इंडिगो की बेंगलुरु से लखनऊ आने वाली उड़ान संख्या 6ई-6353 सुबह 6:10 बजे रवाना हुई, लेकिन उसे भी जयपुर डायवर्ट कर दिया गया। विमान करीब सवा नौ बजे जयपुर पहुंचा। इंडिगो की ही जयपुर से लखनऊ आने वाली उड़ान 6ई-7319 जयपुर से सुबह 5:49 बजे रवाना हुई और लखनऊ पहुंची। लैंडिंग की अनुमति न मिलने से विमान वापस जयपुर भेज दिया गया।

एयर इंडिया एक्सप्रेस की हैदराबाद से लखनऊ आने वाली उड़ान संख्या आईएक्स-2815 सुबह 6:34 बजे रवाना हुई और लखनऊ पहुंचने के बाद वाराणसी डायवर्ट कर दी गई। इंदौर से लखनऊ आ रही इंडिगो की 6ई-7127 उड़ान सुबह 6:18 बजे रवाना होकर लखनऊ से नागपुर डायवर्ट कर दी गई। यहां विमान नागपुर में सुबह 10:08 बजे लैंड हुआ।

एयरपोर्ट प्रवक्ता ने बताया कि अमौसी एयरपोर्ट पर अत्याधुनिक कैट थ्री बी आईएलएस (इंस्ट्रूमेंटल लैंडिंग सिस्टम) लगा है। इसके तहत कम दृश्यता में भी विमानों को लैंड करवाया जा सकता है। शुक्रवार को जो विमान डायवर्ट हुए, उनके पायलट कैट थ्री बी के लिए प्रशिक्षित नहीं थे, जिसके चलते डायवर्ट करना पड़ा। उत्तर प्रदेश के अधिकांश इलाकों में शुक्रवार को पछुआ हवाओं और घने कोहरे के बीच रात के पारे में गिरावट देखने को मिली। कानपुर में तो न्यूनतम पारा 12.8 डिग्री तक लुढ़क गया। मौसम वैज्ञानिकों की मानें तो आने वाले हफ्ते में तापमान में तेजी से गिरावट देखने को मिलेगी। शुक्रवार को घने कोहरे की वजह से कई इलाकों में काफी देर तक सूरज के दर्शन नहीं हुए और दृश्यता कही शून्य तो कहीं 50 से 200 मीटर रही।

शुक्रवार को यूपी में 10 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से पछुआ हवाएं चलीं, जिसके असर से पारा गिरा और लोगों को सिहरन का अहसास हुआ। आंचलिक मौसम विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिक अतुल कुमार सिंह का कहना है कि पछुआ हवाओं के असर से आने वाले दो-तीन दिनों में तेजी से तापमान गिरेगा और रविवार से कोहरा छंटने के आसार हैं। शुक्रवार की सुबह पूर्वी और तराई यूपी के कई इलाकों श्रावस्ती और रायबरेली के फुरसतगंज आदि में दृश्यता शून्य तक जा पहुंची।

शुक्रवार को 32.8 डिग्री अधिकतम तापमान के साथ प्रयागराज सर्वाधिक गर्म रहा। झांसी व उरई दोनों में अधिकतम तापमान 32.6 डिग्री और वाराणसी में 31.8 डिग्री सेल्सियस रहा। न्यूनतम तापमान की बात करें तो कानपुर में सबसे कम 12.8 डिग्री, चुर्क में 13.7 डिग्री और फुरसतगंज में 13.8 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया।

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