उत्तराखंड सरकार का सरकारी डॉक्टरों को रिटायरमेंट तोहफा

उत्तराखंड सरकार का सरकरी डॉक्टरों को रिटायरमेंट तोहफा, अब इस उम्र में रिटायर होंगे डॉक्टर उत्तराखंड सरकार प्रदेश के सरकारी अस्पतालों में कार्यरत सर्जरी के डॉक्टरों के रिटायरमेंट की उम्र सीमा 60 से बढ़ाकर 65 साल करने जा रही है।

अस्पतालों में सर्जनों की कमी दूर करने के लिए सरकार ने इसकी तैयारी की है। स्वास्थ्य मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने दून के जिला अस्पताल (कोरोनेशन) में मेडीट्रिना हार्ट यूनिट का शुभारंभ कर यह बात कही। उन्होंने कहा कि यूपी में इस तरह की व्यवस्था की गई है। सर्जनों की 65 साल तक सेवा ऐच्छिक होगी। डॉक्टरों से विचार विमर्श के बाद ही कोई फैसला लिया जाएगा।
स्वास्थ्य मंत्री डॉ. रावत ने स्वास्थ्य विभाग में पर्वतीय इलाकों में सेवा देने वाले विशेषज्ञ डॉक्टरों का भत्ता भी बढ़ाए जाने का एलान किया। पिछले दिनों ही उन्होंने चिकित्सा शिक्षा विभाग में पर्वतीय भत्ता डॉक्टरों को देने का एलान किया था।

नशामुक्ति को 20 लाख लोग एक साथ लेंगे शपथ स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि 2025 तक उत्तराखंड ड्रग फ्री स्टेट बनाया जाएगा। फरवरी माह में इसके लिए एक बड़ा आयोजन कर रहे हैं। जिसमें एक साथ 20 लाख लोग नशामुक्ति की शपथ लेंगे। वहीं 2024 तक टीबी मुक्त उत्तराखंड के लिए 10 हजार निक्षय मित्र बनाए गए हैं। 22 लाख लोगों के आयुष्मान कार्ड बनेंगे उन्होंने कहा कि राज्य में आयुष्मान कार्ड 50 लाख लोगों के बन चुके हैं। 22 लाख के और बनने हैं। हर व्यक्ति की डिजिटल हेल्थ आईडी बननी है।

30 लाख आभा कार्ड बन गए हैं और एक करोड़ 25 लाख के बनने हैं। अप्रैल तक इस कार्य को शत प्रतिशत कर लिया जाएगा। वहीं अस्पतालों 265 जांच मुफ्त है, 12 लाख लोग इसका लाभ ले चुके हैं। एक लाख 80 हजार लोग खुशियों की सवारी का लाभ लिया और एक लाख के मुफ्त मोतियाबिंद के ऑपरेशन कराए हैं। हर जिले में फ्री डायलिसिस की सुविधा और 429 दवाएं दी जा रही है।

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