पौड़ी गढ़वाल: मुख्यमंत्री ने बीते दिन देहरादून सर्किट हाउस छोड़ कर रात्रि विश्राम के लिए पौड़ी स्थित रावत गावं के होमस्टे को चुना। वहीं मुख्यमंत्री धामी ने सरकारी सेवाओं को दर किनार कर के उत्तराखंड होमस्टे का कारोबार करने वाले का मनोबल बढ़ाया। मुख्यमंत्री धामी ने इस पहल से गांव के उन लोगों को भी उत्साहित किया जो स्वरोजगार की तरफ कदम बढ़ा रहे है, साथ ही अपने गांव में रह कर जो लोग अपने आत्मनिर्भर बन रहे हैं उनके लिए मुख्यमंत्री धामी ने बीते दिन मिसाल पैदा की।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बीते दिन विभिन्न कार्यक्रमों में प्रतिभाग करने के बाद पौड़ी स्थित रावत गांव में मेजर (से.नि.) गोर्की चंदोला के मिट्टी से बने पहाड़ी शैली के होम स्टे में रात्रि विश्राम करने का निर्णय लिया। इस दौरान उन्होंने ग्रामवासियों से मुलाकात कर उनका हाल-चाल जाना।
मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि होम स्टे स्वरोजगार एवं आत्मनिर्भर उत्तराखण्ड बनाने में अपनी अहम भूमिका निभा रहा है। होम स्टे से लोगों को उत्तराखण्ड के पारंपरिक खानपान और संस्कृति के बारे में पता चलता है। राज्य सरकार लगातार होम स्टे को बढ़ावा देने का कार्य कर रही है। इस दौरान कैबिनेट मंत्री डॉ. धन सिंह रावत , विधायक राजकुमार पौरी समेत बड़ी संख्या में ग्रामवासी उपस्थित रहे।