चारधाम यात्रा पर आने वाले श्रद्धालुओं को स्वास्थ्य संबंधित जोखिम से बचाने के लिए सबकी जांच के लिए विशेष रणनीति बनाई जा रही है। केदारनाथ, यमुनोत्री धाम के लिए पैदल यात्रा शुरू करने से पहले श्रद्धालुओं के स्वास्थ्य की स्क्रीनिंग की जाएगी। कोविड के कारण 2020 व 2021 में चारधाम यात्रा का संचालन प्रभावित रहा। दो साल बाद 2022 में निर्बाध रूप से चारधाम यात्रा संचालन किया गया था, जिससे चारधाम में दर्शनों के लिए तीर्थयात्रियों की भीड़ उमड़ी।
केदारनाथ और यमुनोत्री धाम के पैदल मार्ग पर हार्ट अटैक से 300 से अधिक श्रद्धालुओं की मौत हुई थी। पैदल मार्गों पर श्रद्धालुओं की लगातार हो रही मौत के बाद स्वास्थ्य विभाग ने यात्रा मार्गों पर श्रद्धालुओं के स्वास्थ्य की जांच शुरू की है। पहले से किसी बीमारी से ग्रसित श्रद्धालुओं को यात्रा न करने की सलाह दी गई है।
बुजुर्ग श्रद्धालुओं के स्वास्थ्य की होगी निगरानी
यात्रा में देश-दुनिया से बुजुर्ग श्रद्धालु आते हैं। ऐसे श्रद्धालु पहले से किसी बीमारी से ग्रसित रहते हैं। ऐसे श्रद्धालुओं की पैदल यात्रा शुरू करने से पहले स्वास्थ्य की जांच की जाएगी। किस आयु वर्ग के बुजुर्ग श्रद्धालुओं के लिए स्वास्थ्य जांच अनिवार्य किया जा सकता है, इसके लिए सरकार ने स्वास्थ्य मंत्रालय से भी परामर्श मांगा है।
चारधाम यात्रा पर आने वाले श्रद्धालुओं को स्वास्थ्य व अन्य बेहतर सुविधाएं देने के लिए प्रयासरत हैं। मैदानी क्षेत्रों से सीधे उच्च हिमालयी क्षेत्रों में जाने से श्रद्धालुओं को स्वास्थ्य संबंधी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। इसे देखते हुए श्रद्धालुओं के स्वास्थ्य जांच के लिए विशेषज्ञ रणनीति बनाई जा रही है। स्वास्थ्य मंत्रालय से दिशा निर्देश मिलने के बाद यात्रा की एसओपी जारी की जाएगी।
-सतपाल महाराज, पर्यटन मंत्री