अपर सचिव स्वास्थ्य अमनदीप कौर ने इन्फ्लूएंजा को लेकर सभी जिलों के मुख्य चिकित्साधिकारियों के साथ वर्चुअल बैठक की। उन्होंने सभी को अलर्ट रहने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि मौसमी इन्फ्लूएंजा के अधिकतर मरीजों में बुखार व खांसी के लक्षण होते हैं।
डायबिटीज, हृदय रोग से पीड़ित लोग, बुजुर्ग, गर्भवती महिलाओं, मोटापे से ग्रस्त और बच्चों को विशेष तौर पर सावधानी बरतने की जरूरत है। उधर, चिकित्साधिकारियों ने बताया कि इन्फ्लूएंजा से निपटने के लिए स्वास्थ्य विभाग तैयार है। अस्पतालों में दवा, आईसोलेसन सुविधा, बेड, ऑक्सीजन, मास्क और अन्य जरूरतों के इंतजाम कर लिए गए हैं।
लोगों को हाथ धोना, खांसी या छींक आने पर अपने मुंह और नाक को रुमाल से ढकना, सार्वजनिक स्थानों पर थूकने से बचना, भीड़भाड़ वाली जगह पर मास्क का उपयोग करने की सलाह दी जा रही है। इस दौरान एनएचएम निदेशक डॉ. सरोज नैथानी, राज्य नोडल अधिकारी आईडीएसपी डॉ. पकंज कुमार सिंह भी मौजूद रहे।