प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष करन माहरा ने राज्यपाल को पत्र प्रेषित कर धामी सरकार पर पार्टी के निर्वाचित पंचायत प्रतिनिधियों के साथ राजनीतिक विद्वेष की भावना से कार्य करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि सरकार पंचायतीराज व्यवस्था को छिन्न-भिन्न कर रही है।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष माहरा ने पत्र में कहा कि कांग्रेस के पंचायत प्रतिनिधियों को पद से हटाकर पंचायतों में कब्जा करने की कोशिश सरकार की ओर से की जा रही है। पार्टी इसकी निंदा करती है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार के इशारे पर विपक्षी दलों के जनप्रतिनिधियों का उत्पीडऩ किया जा रहा है। आगे उन्होंने कहा कि जिला पंचायत बागेश्वर के पूर्व अध्यक्ष हरीश सिंह ऐठानी के खिलाफ कार्यवाही इसका प्रमाण है।
इससे पहले चमोली जिला पंचायत अध्यक्ष रजनी भंडारी, उत्तरकाशी जिला पंचायत अध्यक्ष दीपक बिजल्वाण, नगरपालिका परिषद श्रीनगर की अध्यक्ष पूनम तिवारी व खटीमा ब्लाक प्रमुख रणजीत सिंह नामधानी पर अलोकतांत्रिक तरीके से आरोप लगाकर हटाया गया। उन्होंने कहा कि पंचायतों में भाजपा सरकार के हस्तक्षेप से राज्य के ग्रामीण क्षेत्रों में विकास कार्य प्रभावित हो रहे हैं। संविधान में पंचायतों के लिए की गई व्यवस्था पर चोट पहुंच रही है। उन्होंने राज्यपाल से हस्तक्षेप कर राज्य सरकार को उचित दिशा-निर्देश जारी करने का अनुरोध किया है।