देहरादून : मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी शनिवार और रविवार को उत्तरकाशी दौरे पर थे। पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के उत्तरकाशी प्रवास के दौरान मंडुवे के बीज की बुआई करने की सराहना की। साथ ही उन्होंने सलाह भी दी कि कांग्रेस सरकार के दौरान मंडुवे को प्रोत्साहन देने की जो नीति बनाई गई थी, उसे फिर से लागू किया जाना चाहिए।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी शनिवार और रविवार को उत्तरकाशी दौरे पर थे। रविवार सुबह उन्होंने एक खेत में पावर वीडर चलाया और मंडुवे का बीज बोया। उनकी ये तस्वीरें इनटरनेट मीडिया पर खूब प्रचारित हुईं। इन तस्वीरों पर पूर्व मुख्यमंत्री व वरिष्ठ कांग्रेस नेता हरीश रावत ने इंटरनेट मीडिया में प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि मुख्यमंत्री को मंडुवे की बुआई करते देख उन्हें अच्छा लगा।
पूर्व मुख्यमंत्री ने सोशल मीडिया में की तारीफ
पूर्व मुख्यमंत्री एवं कांग्रेस के वरिष्ठ नेता हरीश रावत ने लिखा कि उत्तराखंड के मुख्य्मंत्री पुष्कर सिंह धामी को मडुवे की बुवाई करते देखना अच्छा लगा, छोटा हाथी (छोटा ट्रैक्टर) भी चलाया। कितना अच्छा होता कि हमारी सरकार ने जो मडुवे के खरीद मूल्य के साथ मडुवा और उसके समकक्ष जितनी भी प्रजातियां हैं, जिसमें मारसा से गहत तक, कौणी, झंगोरे से लेकर सारे मोटे अनाज सम्मिलित हैं, मिर्च भी सम्मिलित हैं, उसमें बोनस देने की योजना क्रियान्वित की थी, 1000 प्रति कुंतल बोनस देते थे, मडुआ, झंगोरा, मारसा आदि-आदि पर और महिला स्वयं सहायता समूहों को हमने मडुवा थ्रेसर बनवा करके उसका प्रोडक्शन करवाकर के वो थ्रेसर सौंपे थे और उनको 10,000 के ऋण पर दिए जाते थे, और उनसे कहा गया था कि जो इससे आमदनी होगी, वह सब आपकी और ऋण ब्याज मुक्त था,
अनुदान युक्त 10000 के ऋण पर था और उसी पर उनको छोटा हाथी भी दिया जाता था जिसको #छोटा_ट्रैक्टर कहते हैं। लेकिन आज की सरकार ने वो सारी योजनाएं समाप्त कर दी हैं, तो #मडुआ अब खूब प्रचारित है। चाहे मुख्यमंत्री पुषकर सिंह धामी को वह मिलेट लगता हो, लेकिन मैं तो उसमें मडुआ ही अपनी मां, चाचा-चाची, दादी-बहु इन सबकी सूरत देखता हूं। मगर मडुवा बोने वाले गायब हो रहे हैं, यदि उनको वापस लाना है तो फिर जो प्रोत्साहन की नीति हमने बनाई थी, उसको और मजबूत करके उसको लागू करिये।