विकासनगर : देहरादून के विकासनगर में यमुना और टोंस नदी खतरे के निशान से ऊपर बहर रही है। बहादुरगढ़ और कुंजाग्रांट में एक-एक कच्चे मकान धाराशायी हो गए। वहीं त्यूणी क्षेत्र के एक स्कूल में पानी के साथ बहकर आया मलबा घुसने से सारा सामान नष्ट हो गया। ढकरानी, ढालीपुर व कुल्हाल जलविद्युत परियोजनाओं में बिजली का उत्पादन बंद हो गया है। जगह-जगह जलभराव से लोग परेशान हैं।
पछवादून में हो रही लगातार बारिश से सेलाकुई से लेकर सहसपुर, हरबर्टपुर, विकासनगर, शिमला बाईपास आदि क्षेत्रों में जगह-जगह जलभराव हो गया है। सेलाकुई के खैरी क्षेत्र के कृष्णा नगर, हरिपुर, जमनपुर आदि इलाकोंं में कई स्थानों पर पानी की निकासी नहीं होने के कारण लोगों का अपने घरों से निकलना मुश्किल हो गया है।
ऐसी ही स्थिति विकासनगर के दिनकर विहार, रसूलपुर आदि क्षेत्रों में देखने में आ रही है। भारी बारिश से खेत खलिहानों से लेकर गली-मोहल्लों तक पानी ही पानी नजर आ रहा है। बारिश का असर जन जीवन पर व्यापक स्तर पर पड़ा है। आम दिनों में भीड़ से भरे रहने वाले बाजार दो दिनों से वीरान पड़े हुए हैं।
क्षेत्र के ग्राम खरोड़ा स्थित राजकीय इंटर काॅलेज में बारिश के पानी के साथ बहकर आया मलबा घुस जाने से विद्यालय में रखा सारा सामान नष्ट हो गया। देर रात आया भारी मलबा विद्यालय की छत पर लगे टिनशेड को तोड़कर कमरों में आ गया, जिससे वहां रखे सभी दस्तावेज व अन्य सामान मलबे के ढेर में दब गए। ब्लॉक प्रमुख निधि राणा, नरेंद्र राणा, महिपाल राणा ने बताया कि घटना की जानकारी प्रशासन को दे दी गई है।
टोंस नदी के लगातार बढ़ते जलस्तर के कारण बाजार में हडकंप मच गया। पानी बढ़ने की सूचना मिलते ही पुलिस व भारी संख्या में क्षेत्रवासी मौके पर इकटठा हो गए। लोगों ने नदी के किनारे स्थित बाजार की दुकानों, होटलों व अन्य भवनों से सामान निकालकर उन्हें खाली करना शुरू कर दिया है। पानी बढ़ने से पैदा हुई परिस्थितियों से त्यूणी में अफरा-तफरी का वातावरण बना हुआ है।
विकासनगर तहसील क्षेत्र के ग्राम बहादुरगढ़ निवासी अतर सिंह व ग्राम कुंजाग्रांट निवासी शहजाद के कच्चे मकान बारिश के कारण धराशायी हो गए। गनीमत यह रही कि मकानों के गिरने से पहले उनमें रहने वाले परिवार बाहर निकल आए थे। मकान गिरने के कारण उनके भीतर रखा सारा सामान खराब हो गया। राजस्व विभाग की टीम मौका मुआयना करके नुकसान का आकलन कर रही है।