उत्तराखंड:- उत्तराखंड में इन दिनों पहाड़ से लेकर मैदान तक कड़ाके की ठंड पड़ रही है। विशेषकर पर्वतीय क्षेत्रों में हो रही बर्फबारी से रात को तापमान शून्य से नीचे पहुंच रहा है। चमोली जिले में चीन सीमा से लगी नीती और मलारी घाटी में रात को तापमान माइनस 10 डिग्री सेल्सियस से भी नीचे जा रहा है। इससे घाटी में झरने और नाले जम गए हैं। घाटी के 13 से अधिक सीमावर्ती गांव भी बर्फ से पूरी तरह ढक गए हैं। फिलहाल, इन गांवों के निवासी निचले इलाकों में शीतकालीन प्रवास पर हैं। हालांकि, सेना और आइटीबीपी के जवान सीमा क्षेत्र में मुस्तैदी से डटे हैं।
चमोली में विश्व प्रसिद्ध हिम क्रीड़ास्थली औली समेत ऊंचाई वाले इलाकों में पिछले कुछ दिनों से बर्फबारी का क्रम बना हुआ है। गुरुवार को भी औली समेत आसपास के 30 से अधिक गांवों में बर्फबारी हुई। इससे क्षेत्र में ठंड का प्रकोप बढ़ गया है। मलारी और नीती घाटी में अधिकांश जल धाराएं जम गई हैं। ठंड बढ़ने से निर्माण कार्य भी प्रभावित हुए हैं।
नीती और मलारी घाटी में बार्डर रोड आर्गनाइजेशन (बीआरओ) को सड़क आदि का निर्माण रोकना पड़ा है। यहां काम कर रहे ग्रामीण अपने घरों को लौट गए हैं, जबकि बीआरओ के श्रमिक मौसम अनुकूल होने का इंतजार कर रहे हैं। इधर, बदरीनाथ धाम में भी लगभग एक फीट बर्फ जमी होने से मास्टर प्लान के तहत हो रहे निर्माण कार्य तीन दिन से रुके हुए हैं। यहां 500 से अधिक अधिकारी-कर्मचारी और श्रमिक हालात सामान्य होने का इंतजार कर रहे हैं। धाम में इन दिनों रिवर फ्रंट व मंदिर के आसपास सुंदरीकरण हो रहा है।
मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक बिक्रम सिंह के अनुसार, अगले कुछ दिन प्रदेश में मौसम शुष्क बना रहने का अनुमान है। मैदानी क्षेत्रों खासकर ऊधमसिंह नगर और हरिद्वार में कोहरा परेशानी बढ़ा सकता है, जबकि पर्वतीय क्षेत्रों में पाला पड़ने के आसार हैं।