उत्तराखंड में स्वास्थ्य महकमा अब डॉक्टरों को थोड़ी राहत देने जा रहा है। पीजी डॉक्टरों को अब बॉन्ड के तहत जिस मेडिकल कालेज से वह पीजी कोर्स पूरा करेंगे उसी मेडिकल कालेज में दो साल तक काम करने का मौका मिलेगा, इससे दुर्गम क्षेत्र में तीन साल की शर्त से थोड़ा राहत मिलेगी।
सचिव स्वास्थ्य आर राजेश कुमार ने बताया की कैबिनेट से इसको मंजूरी मिल गई है और जल्द ही इसका शासनादेश भी जारी हो जायेगा। जिससे कॉलेज में मेडिकल की सीट भी बढ़ने की उम्मीद हैं ।