मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आज ITBP कैंपस सीमाद्वार, देहरादून में ITBP उत्तरी सीमांत मुख्यालय के स्थापना दिवस के अवसर पर आयोजित ‘रेजिंग डे’ कार्यक्रम में प्रतिभाग किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने ITBP जवानों के साथ रात्रिभोज किया। साथ ही बड़ी संख्या में मौजूद जवानों से मुलाकात कर उनका कुशलक्षेम जाना। उन्होंने ITBP बैंड के जवानों को उपहार देकर सम्मानित भी किया। मुख्यमंत्री ने ITBP के शहीद जवानों के परिजनों एवं सैनिकों एवं सिलक्यारा रेस्क्यू ऑपरेशन में अपनी अहम भूमिका निभाने वाले ITBP के जवानों को भी सम्मानित किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि ITBP पिछले कई दशकों से देश की सेवा में हमेशा तत्पर है। विषम भौगोलिक परिस्थितियों में भी आईटीबीपी के जवान अपने कर्तव्यों का निर्वहन करते हैं। विपरीत परिस्थिति में सीमाओं पर चौकस रहने के लिए अनुशासन और वीरता की भावना अहम होती है।
उन्होंने कहा कि शीतकाल में कपाट बंद होने के बाद केदारनाथ, बदरीनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री की सुरक्षा की पूरी जिम्मेदारी आईटीबीपी के सशक्त और जिम्मेदार हाथों में होती है। चुनौतीपूर्ण माहौल में भी आईटीबीपी के जवान पूरी मुस्तैदी के साथ अपने कर्तव्यों का निर्वहन करते हैं। इस अवसर पर आईजी संजय गुंज्याल, आईजी पी.एस डंगवाल, डीआईजी मन्नू महाराज, कमांडेंट पीयूष पुष्कर एवं अन्य अधिकारीगण मौजूद रहे।