मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सचिवालय में विभिन्न देशों में निवास कर रहे प्रवासी उत्तराखण्डियों से वर्चुअल संवाद किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि सभी प्रवासी उत्तराखंडी विदेशों में उत्तराखण्ड के ब्रांड एंबेसडर हैं। मुख्यमंत्री ने सभी प्रवासी उत्तराखण्डियों से अपेक्षा की कि वे अपनी जन्मभूमि के किसी दुर्गम क्षेत्र के गांव को गोद लेकर उसके समग्र विकास में सहयोगी बनें। इसमें राज्य सरकार भी सहयोगी रहेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रवासी उत्तराखण्डियों के सहयोग एवं सहायता के लिये पूर्व में प्रवासी सेल बनाया गया था। इसे और अधिक सुविधा युक्त बनाये जाने के लिये प्रवासी उत्तराखण्ड बोर्ड का भी गठन किया जायेगा। उन्होंने कहा कि राज्य में आयोजित वैश्विक निवेश सम्मेलन में 50 से अधिक देशों के उद्यमियों ने प्रतिभाग कर प्रदेश में उद्योग व व्यापार इच्छा जताई है। अब तक ₹ 71 हजार करोड़ की ग्राउंडिंग हो चुकी है। राज्य में भी उद्योग की स्थापना से युवाओं को रोजगार के और अधिक अवसर उपलब्ध होंगे। मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने प्रवासियों का अलग-अलग टाइम जोन में रहते हुए संवाद से जुड़ने के लिए सभी को धन्यवाद देते हुए कहा कि सभी प्रवासी विकसित भारत के साथ विकसित उत्तराखण्ड में अपना योगदान दें। उन्होंने इस संवाद श्रृंखला को आगे भी जारी रखने की बात कही।
इस अवसर पर प्रमुख सचिव आर.के. सुधांशु, पुलिस महानिदेशक अभिनव कुमार, सचिव शैलेश बगौली, विनय शंकर पाण्डेय, नीरज खैरवाल, उत्तराखण्ड प्रवासी प्रकोष्ठ के सदस्य सुधीर नौटियाल के साथ सहित अन्य उच्चाधिकारी उपस्थित थे।