मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सोमवार को नैनीताल जिले के अंतर्गत रामनगर स्थित गर्जिया देवी मंदिर परिसर की दुकानों में हुए अग्निकांड की घटना के प्रति दुख व्यक्त किया है। उन्होंने घटना से प्रभावित व्यक्तियों के प्रति संवेदना व्यक्त करते हुए जिलाधिकारी नैनीताल को घटना के कारणों की जांच के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि धार्मिक स्थलों पर इस प्रकार की घटना की पुनरावृत्ति न हो, इसकी कारगर व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि नवरात्र पर्व के दौरान मंदिरों में श्रद्धालुओं को पूजा अर्चना में किसी प्रकार की कठिनाई न हो, इसके लिए भी आवश्यक प्रबंधन पर ध्यान दिया जाए।
बताया जा रहा है कि मंदिर से अचानक एक जलती धूप नीचे दुकान में गिरी। इससे कच्ची दुकान ने आग पकड़ ली। सभी दुकानें एक दूसरे से सटी हुई थी तो सभी में आग लगती चली गई। जब तक दुकानदार कुछ समझ पाते तब तक आग ने विकराल रूप ले लिया। लोगों को अपना सामान बचाने का भी मौका नहीं मिल पाया।
झोपड़ी में घासफूस व सूखी लकड़ी एवं तेज हवाओं ने आग में घी का काम किया। आग इतनी विकराल थी कि धुएं का गुबार मंदिर से भी ऊंचा उठने लगा। इससे मंदिर में दर्शन के लिए आए श्रद्धालुओं में अफरातफरी मच गई। लोग अपनी जान बचाने के लिए सुरक्षित ठिकानों की ओर दौड़े। दुकानों में रखे सिलेंडरों को किसी तरह लोगों ने बाहर निकाला। सूचना पर अग्रिशमन विभाग के जिले के मुख्य अग्रिशमन अधिकारी गौरव किरार, रामनगर अग्रिशमन अधिकारी उमेश परगाई, सीओ बीएस भंडारी ने मौके पर पहुंचकर घटना की जानकारी ली।