उत्तराखंड में मौसम शुष्क बना हुआ है और पहाड़ से मैदान तक तपिश बढ़ गई है। मैदानी क्षेत्रों में चिलचिलाती धूप पसीने छुटा रही है। सप्ताहभर में प्रदेश के ज्यादातर क्षेत्रों में अधिकतम तापमान में पांच डिग्री सेल्सियस तक की वृद्धि दर्ज की गई है। उत्तराखंड के पर्वतीय जिलों के साथ दून में भी आज (सोमवार को) मौसम बदलने के आसार हैं। मौसम विज्ञान केंद्र ने देहरादून, उत्तरकाशी, रुद्रप्रयाग, चमोली, बागेश्वर और पिथौरागढ़ जिले के कुछ इलाकों में तेज गर्जन के साथ हल्की बारिश का येलो अलर्ट जारी किया है।
उत्तराखंड में गर्मी अपने तेवर दिखाने लगी है। रविवार को राजधानी दून के तापमान ने अपना नौ साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया। दिन में गर्म हवाएं चलने से रात के न्यूनतम तापमान में भी इजाफा दर्ज किया जा रहा है। दून का अधिकतम तापमान सामान्य से एक डिग्री बढ़ने के साथ 35.1 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। इससे पहले 2015 में इसी दिन अधिकतम तापमान 34.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था। भले ही पश्चिमी विक्षोभ के चलते बीते कुछ दिनों से उत्तराखंड के पर्वतीय इलाकों में मौसम बदलने से गर्मी का अहसास कम हो रहा है। लेकिन, मैदानी इलाकों में तापमान बढ़ने से गर्मी सताने लगी है।
आलम यह है कि दिन के समय गर्म हवाएं चलने से बाहर निकलना मुश्किल होने लगा है। चिलचिलाती हुई धूप जमकर परेशान कर रही है। दूनवासी जरूरी होने पर ही घर से बाहर निकल रहे हैं। सड़कों पर महिलाएं बच्चों को ढकती दिख रही हैं तो अन्य लोग भी गर्मी बचने के इंतजाम करके ही बाहर निकल रहे हैं। मौसम विज्ञान केंद्र निदेशक बिक्रम सिंह पश्चिमी विक्षोभ के चलते प्रदेशभर के मौसम में बदलाव देखने को मिल रहा है। आने वाले दिनों में मैदानी इलाकों में तापमान बढ़ने की संभावना है। ऊंचाई वाले इलाकों को मौसम बदलने से राहत रहेगी