तीर्थयात्रियाें से पंजीकरण के नाम पर वसूली के आरोप में पुलिस ने चार युवकों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। एक आरोपी पंजीकरण करने वाली आउटसोर्स कंपनी का कर्मचारी व एक पूर्व कर्मचारी बताया जा रहा है।
चारधाम यात्रा प्रबंधन एवं नियंत्रण संगठन के वैयक्तिक अधिकारी अरविंद कुमार श्रीवास्तव ने बुधवार को पुलिस को लिखित शिकायत दी। श्रीवास्तव ने बताया कि दो जून को चारधाम यात्रा प्रबंधन कार्यालय में एक यात्री ने एक वीडियो क्लिप दी थी। वीडियो में एक अज्ञात व्यक्ति तीर्थयात्रियों से पंजीकरण के बदले रुपयों की मांग कर रहा था। वीडियो के आधार पर पुलिस ने बुधवार को कौशिक विश्वास निवासी गुमानीवाला ऋषिकेश, अमन गुसाईं, सचिन जुगलान, मुकेश पांडे सभी निवासी बीस बीघा बापूग्राम ऋषिकेश को हिरासत में लिया है।
पूछताछ में कौशिक विश्वास ने बताया कि वह चारधाम यात्रा संगठन में आउटसोर्स कंपनी के तहत पंजीकरण कार्यालय में तैनात है। वह अपनी निजी आईडी से टूरिस्ट केयर उत्तराखंड एप के माध्यम से रजिस्ट्रेशन स्लॉट बुक करता है। दूसरा आरोपी अमन पिछले साल पंजीकरण काउंटर पर काम कर चुका है। सचिन व मुकेश ट्रांजिट कैंप, आईएसबीटी, रेलवे स्टेशन आदि स्थानों पर घूम-घूमकर ऐसे यात्रियों को ढूंढते हैं जो पंजीकरण के लिए परेशान होते हैं।
ये लोग उन तीर्थयात्रियों से बात कर उनके आधार कार्ड लेकर व्हाट्सएप के माध्यम से कौशिक विश्वास को भेजते हैं। वह पहले से ही बुक किए गए यात्रा पंजीकरण स्लॉट से पंजीकरण करता है। पंजीकरण की कॉपी यात्रियों को दे देता है। प्रभारी निरीक्षक एसएस बिष्ट ने बताया कि चारों आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया है।