वैश्विक निवेशक सम्मेलन में एमओयू हुए 78 करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव पर काम शुरू हो गया है। इसमें सबसे अधिक ऊर्जा क्षेत्र में अब तक 28,288 करोड़ के 193 निवेश प्रस्ताव की ग्राउंडिंग हो चुकी है, जबकि पर्यटन विभाग में 3816.22 करोड़ के निवेश पर काम शुरू हो चुका है।
रविवार को सचिवालय में मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने वैश्विक निवेशक सम्मेलन में छह विभागों के एमओयू निवेश प्रस्तावों की समीक्षा की। उन्होंने विभागीय अधिकारियों को निवेश प्रस्तावों की ग्राउंडिंग के साथ ही राज्य में लगने वाले नए उद्योगों के लिए पर्याप्त मात्रा में बिजली व जलापूर्ति की व्यवस्था करने के निर्देश दिए।
इसके अलावा राज्य में लग रहे बायोफ्यूल उद्योगों से कच्चे माल के रूप में पिरूल का इस्तेमाल करने के प्रस्ताव पर विचार किया जाए। उन्होंने अधिकारियों को समयबद्धता व लक्ष्य आधारित कार्यशैली अपनाते हुए सभी निवेश प्रस्तावों की ग्राउंडिंग को शीघ्र पूरा करने के निर्देश दिए। बैठक में विभागों ने निवेश प्रस्तावों की ग्राउंडिंग का प्रस्तुतीकरण दिया। जिसमें आवास विभाग के तहत कुल 125 एमओयू में से 74 पर कार्य शुरू किया गया। जिसमें कुल 7429.85 करोड़ रुपये का निवेश हुआ है।
12,318 लोगों को रोजगार मिला। पर्यटन विभाग के तहत कुल 505 एमओयू में से 140 पर काम शुरू हो चुका है। इसमें 3816.22 करोड़ का निवेश शामिल है। 5,047 लोगों को रोजगार के अवसर सृजित हुए हैं। ऊर्जा विभाग के माध्यम से 193 निवेश प्रस्तावों की ग्राउंडिंग हो गई है। इसमें 28,288 करोड़ का निवेश हुआ है। निर्माण कार्यों के दौरान 18119 रोजगार व संचालन के दौरान 4026 रोजगार सृजित हुए हैं।
बताया, एरोमा क्षेत्र में अब तक 133.24 करोड़ रुपये के कुल 32 निवेश प्रस्तावों की ग्राउंडिंग हुई है। बैठक में सचिव आर मीनाक्षी सुदरम, विनय शंकर पांडेय, विनोद कुमार सुमन समेत अन्य अधिकारी मौजूद थे।
निवेशक सम्मेलन में स्वास्थ्य के क्षेत्र में निवेश प्रस्ताव पर एमओयू हुए थे। इसमें 1,491 करोड़ रुपये के निवेश पर काम शुरू हो गया है। इस निवेश से लगभग चार हजार लोगों को प्रत्यक्ष रूप से रोजगार मिलेगा। कोटद्वार में 400 करोड़ रुपये से मेडिकल कॉलेज के लिए जमीन मिल चुकी है।