उत्तराखंड के पहाड़ी इलाकों में लगातार हो रही बारिश के बाद हरिद्वार और ऋषिकेश में गंगा का विकराल रूप देखकर लोग दहशत में आ गए। ऋषिकेश में गंगा खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। जिसके चलते तटीय इलाकों में रहने वाले लोगों को स्थानीय प्रशासन की ओर से अलर्ट जारी किया गया है।
शुक्रवार को मुनि की रेती, तपोवन और त्रिवेणी घाट पर गंगा घाटों से ऊपर बहती रही। त्रिवेणी घाट पर गंगा के जलस्तर की चेतावनी रेखा 339.50 मीटर है। दोपहर से यहां गंगा 339.52मीटर पर बह रही है। जबकि खतरे का निशान 340.50 मीटर है।
गंगा का जलस्तर बढ़ने पर कोतवाली पुलिस की ओर से तटीय क्षेत्रों में मुनादी कराई गई। जिसमें सुरक्षा के दृष्टि से गंगा किनारे रहने वाले लोगों और स्नान के लिए तटों पर पहुंचे श्रद्धालुओं को सावधान किया गया।
कोतवाली प्रभारी निरीक्षक आरएस खोलिया ने बताया कि शुक्रवार को आपदा नियंत्रण कार्यालय से सूचना प्राप्त हुई। जिसमें बताया कि सुबह नौ बजे टिहरी और श्रीनगर डैम से पानी छोड़ा जाएगा।जिसके चलते दोपहर दो बजे तक गंगा के जल का स्तर किनारों से आगे बढ़ जाएगा।
पुलिस की ओर से चंद्धेश्वर नगर, मायाकुंड व त्रिवेणीघाट गंगा किनारे पर लाउडस्पीकर के माध्यम से मुनादी कराई गई। उन्होंने बताया कि जल पुलिस के जवानों को घाटों पर तैनात रखा गया है। लाउडस्पीकर के माध्यम से लगातार गंगा का जलस्तर बढ़ने को लेकर लोगों को सावधान किया जा रहा है।