पहाड़ों की रानी मसूरी में कावड़ यात्रियों की एंट्री प्रतिबंधित है परन्तु शुक्रवार को देहरादून से कोठाल गेट पुलिस बैरियर को आसानी से पार करते हुए कावड़ियों की चार गाड़ियां 40 से 50 कावड़िया लेकर मसूरी कोलू खेत बैरियर पर पहुच गई जहा पर तैनात पुलिसकर्मी द्वारा कावड़ियों की गाड़ियों को रोक कर मसूरी जाने के लिये मना किया गया जिस पर कावडिये भंडक गए और कवाडिये मसूरी देहरादून रोड के बीच सड़क पर बैठ गए और मार्ग को जाम कर पुलिस प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी करने लगे। वह कावड़ियों के रास्ता में जाम करने से मसूरी देहरादून आने जाने वाले लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पडा। वही कांवड़ियों द्वारा जाम को देखते हुए पुलिस को कांवड़ियों को मसूरी जाने के लिये अनुमति दी गई जिसके बाद कांवड़ियों ने जाम को खोला। सवाल उठता है कि जब मसूरी देहरादून मार्ग कोठाल गेट पुलिस चैक पोस्ट पर कांवड़ियों को रोका जाना चाहिए था तो पुलिस द्वारा क्यो नही रोका गया पह कवाडिया बैरियर पार कर मसूरी कोलूखेत कैसे पहुच गए वही कोलखेत पुलिस चौकी पर पर्याप्त पुलिस बल क्यो नही तैनात किया गया है। बताया जा रहा है कि कोलूखेत पुलिस बैरियर पर मात्र एक या दो सिपाही तैनात किये गए है। जिस कारण कावड़िया बेखौफ होकर मसूरी पहुंच रहे हैं बता दे कि पूर्व में कावडियों द्वारा मसूरी में हुडदंग किये जाने पर प्रषासन और पुलिस ने कावडियों की मसूरी एंट्री बंद कर दी थी। वही संबंध में कई बार मसूरी कोतवाल अरविंद चौधरी से को संपर्क करने की कोशिश की गई परंतु उनसे संपर्क नहीं हो पाया।