केरल के वायनाड जिले में मंगलवार को मेप्पाडी के पास विभिन्न पहाड़ी इलाकों में भूस्खलन ने भारी तबाही मचा दी। इस प्राकृतिक आपदा के कारण अबतक 158 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 128 घायल है। वहीं सेना का राहत व बचाव कार्य जारी है। राज्य राजस्व विभाग ने बताया कि वायनाड भूस्खलन में मरने वालों की संख्या बढ़कर 158 हो गई है।
केरल के मंत्रियों ने वायनाड में बचाव कार्यों का आकलन किया। मरने वालों की संख्या फिलहाल 148 है। केरल पीआरडी (जनसंपर्क विभाग) ने कहा कि बचाव अभियान के लिए एझिमाला नौसेना अकादमी की 60 टीमें चूरलमाला पहुंचीं। लेफ्टिनेंट कमांडेंट आशीर्वाद के नेतृत्व में एक टीम पहुंच गई है। समूह में 45 नाविक, पांच अधिकारी, छह फायर गार्ड और एक डॉक्टर हैं।
वायनाड में खोज और बचाव अभियान पर ब्रिगेडियर अर्जुन सेगन ने कहा, ‘कल सुबह से ही यहां रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू हो गया है। कल मौसम खराब होने की वजह से हम गति से काम नहीं कर पाए। आज मौसम काफी बेहतर है। बारिश नहीं हो रही है। सेना, एनडीआरएफ, नौसेना, राज्य पुलिस और वन विभाग के साथ-साथ स्थानीय स्वयंसेवकों से लगभग 500 से 600 बचावकर्मी काम कर रहे हैं। मृतकों की संख्या 150 को पार कर गई है और करीब 200 लोगों को रेस्क्यू किया गया है। रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है। राज्य राजस्व विभाग ने बताया कि मरने वालों की संख्या 148 हो गई है।
कांग्रेस अध्यक्ष और राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा, ‘हम सबने वायनाड की स्थिति को गंभीरता से लिया है। राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा वहां जाने वाले हैं। हमारी पार्टी के सभी कार्यकर्ता वहां पुनर्वास के लिए जुटे हुए हैं। यह बहुत बड़ी दुखद घटना है। यह राष्ट्रीय आपदा है और इसपर सभी लोगों को मिलकर काम करना चाहिए…हमने यह मुद्दा कल राज्यसभा में भी उठाया था।’
वायनाड के चूरालमाला में कल सुबह भूस्खलन के बाद बचाव और तलाशी अभियान जारी है। वीडियो मेप्पाडी में एक राहत शिविर से है, जहां वायनाड भूस्खलन के पीड़ितों के लिए आवश्यक सामान एकत्र किया जा रहा है। वायनाड के WIMS अस्पताल में भूस्खलन में घायल हुए लोगों का इलाज चल रहा है। वायनाड भूस्खलन में 143 लोगों की मौत के बाद राज्य में दो दिवसीय शोक के मद्देनजर केरल सरकार सचिवालय में राष्ट्रीय ध्वज आधा झुका हुआ है।