सावन के चौथे सोमवार को बोल बम के जयकारे लगाते हुए 171 फीट की तिरंगा कांवड़ यात्रा निकाली गई। उत्साह से लबरेज कांवड़िया शाहगढ़ चौराहे से कांवड़ लेकर धोपाप घाट पहुंचे। वहां आदि गंगा गोमती से कांवड़ भरकर बाबा जनवारीनाथ धाम के लिए रवाना हुए। तिरंगा कांवड़ यात्रा को देखने के लिए लोगों की भीड़ लगी रही। इस धार्मिक आयोजन में देश भक्ति का भी प्रभाव दिखा।
171 फीट लंबी कांवड़ यात्रा सोमवार सुबह शाहगढ़ चौराहे से शुरू हुई। लंभुआ की उप जिलाधिकारी विदुषी सिंह ने कांवड़ की पूजा-आरती की। पुलिस उपाधीक्षक अब्दुस सलाम खान ने भगवा झंडा दिखाकर कांवड़ यात्रा को रवाना किया। करीब 13 किमी की इस यात्रा के दौरान सांस्कृतिक कार्यक्रमों का भी आयोजन किया गया जिसमें महानगर के तमाम कलाकारों ने हिस्सा लिया। नगर में 10 स्थानों पर कांवड़ पर पुष्पवर्षा की गई।
कांवड़ निर्माण समिति के अध्यक्ष दिलीप अग्रहरि का कहना है कि यह देश की सबसे लंबी तिरंगा कांवड़ है। पिछले साल 161 फीट की कांवड़ से बाबा जनवारीनाथ का जलाभिषेक किया गया था। परंपरा के अनुसार इस वर्ष भी तिरंगा कांवड़ की लंबाई 10 फीट बढ़ाई गई है।
प्रतिवर्ष सावन के अंतिम सोमवार को यह भव्य कावड़ यात्रा निकाली जाती थी। इस बार सावन के अंतिम सोमवार को रक्षाबंधन पर्व होने के कारण इसका आयोजन चौथे सोमवार यानी 12 अगस्त को किया गया। यह कांवड़ यात्रा पिछले 11 वर्षों से निकाली जा रही है। शुरुआत में तिरंगा कांवड़ की लंबाई 51 फीट थी।