हसायन कोतवाली में तैनात थाना प्रभारी सहित 10 पुलिस कर्मियों के खिलाफ न्यायालय के आदेश पर रिपोर्ट दर्ज की गई है। थाना प्रभारी और उनकी टीम पर एक युवक और उसके परिजनों को घर में घुसकर पीटने और युवक की बहन के साथ अभद्रता करने का आरोप है।
पीड़ित ने रिपोर्ट दर्ज कराते हुए कहा है कि 25 मार्च 2024 को दोपहर करीब एक बजे वह अपने घर के अंदर होली के दिन लेटा हुआ था। तभी हसायन कोतवाली के प्रभारी धीरज कुमार गौतम कांस्टेबल दीपक, भरत, विकास, पाशा, विशाल, विजय चौधरी, बृजेश यादव ड्राइवर, उपनिरीक्षक भवानीशंकर शर्मा और सुनील कुमार गाड़ी में बैठकर आए और घर में घुसकर उसे पकड़ लिया। पुलिस कर्मी पीड़ित को घसीटकर घर से ले जाने लगे।
पीड़ित का आरोप है कि शोर मचने पर उसकी बहन व पिता मौके पर आए। इन सभी पुलिस कर्मियों ने पीड़ित को जान से मारने की नीयत से लाठी-डंडों से बुरी तरह पीटा, जिससे उसके दोनों पैरों फेक्चर हो गया। उसको बचाने जब उसकी बहन आई तो पुलिस कर्मियों ने उसके कपड़े फाड़कर उसे बेइज्जत किया। पुलिस वाले पीड़ित को जबरन घर से खींचकर थाने ले गए और झूठे मुकदमे में जेल भेज दिया। आरोप है कि पुलिस कर्मियों ने उसे धमकी दी कि अगर उनके खिलाफ कोई शिकायत की तो वह उसे जान से मार देंगे।
पीड़ित का आरोप है कि वह जब घटना की रिपोर्ट दर्ज कराने थाने गया तो वहां उसकी रिपोर्ट दर्ज नहीं की गई। उसने पंजीकृत डाक से पुलिस अधीक्षक के पते पर भी पत्र भेजा, फिर भी कोई कार्रवाई नहीं हुई। अब पुलिस ने न्यायालय के आदेश पर एसओ सहित 10 पुलिस कर्मियों के खिलाफ बीएनएस की अपराध संख्या धारा 175-3 के तहत भारतीय दंड संहिता की धारा 1860 के तहत धारा 506, 504, 452, 354ख, 325, 323 के तहत मुकदमा दर्ज कर विवेचना शुरू कर दी है।
न्यायालय के आदेश पर मुकदमा थाना हसायन में दर्ज हुआ है। विवेचना की जा रही है। -श्यामवीर सिंह, सीओ सिकंदराराऊ।