महाकुंभ के दौरान रेलवे प्रशासन इस बार एक विशेष व्यवस्था करने जा रहा है। रोडवेज बसों की तर्ज पर ट्रेनों के अंदर ही चेकिंग स्टाफ यात्रियों को अनारक्षित टिकट उपलब्ध करा देगा। इसका फायदा यह रहेगा कि उन्हें स्टेशन के अनारक्षित टिकट काउंटर पर लाइन में नहीं लगना पड़ेगा। मेले के दौरान इस बार देश-विदेश से लाखों की संख्या में श्रद्धालुओं के आने का अनुमान है। इसमें से अधिकांश का ट्रेनों के माध्यम से आवागमन होना है। इसी वजह से रेलवे यात्री सुविधाओं को लेकर तमाम इंतजाम कर रहा है। मेले के दौरान कई स्पेशल ट्रेनें भी चलाई जाएंगी। स्नान पर्व के दौरान स्टेशनों पर भीड़ को देखते हुए रेलवे ने तय किया है कि जनरल कोच या मेला स्पेशल में सफर करने वालों को ट्रेनों के अंदर ही टिकट मुहैया कराया जाएगा।
फिलहाल, रेलवे ने महाकुंभ को देखते हुए टिकट चेकिंग स्टाफ को मोबाइल यूटीएस दिए जाने की तैयारी की है। साथ उन्हें एक छोटा प्रिंटर भी दिया जाएगा। जब यात्री ट्रेन में बैठ जाएंगे तो रोडवेज बस की तर्ज पर टीटीई उनके पास आकर उन्हें अनारक्षित टिकट मुहैया कराएंगे।
खास बात है कि ट्रेनों के साथ ही प्रयागराज जंक्शन, प्रयागराज छिवकी, नैनी जंक्शन पर यात्रियों के लिए बनाए जा रहे यात्री आश्रयस्थल पर भी रेलवे का चेकिंग स्टाफ मोबाइल यूटीएस के माध्यम से यात्रियों को अनारक्षित टिकट मुहैया कराएगा।
इस बारे में उत्तर मध्य रेलवे प्रयागराज मंडल के सीनियर डीसीएम हिमांशु शुक्ला का कहना है कि इस व्यवस्था से यात्रियों को बड़ी राहत मिलेगी। टिकट के लिए उन्हें लाइन में लगने की जरूरत नहीं होगी। चेकिंग स्टाफ ही यात्रियों के समक्ष पहुंचकर उन्हें टिकट उपलब्ध कराएगा।