अल्मोड़ा- हल्द्वानी राष्ट्रीय राजमार्ग पर क्वारब के पास सोमवार को भी पहाड़ से मलबा और पत्थर गिरने का क्रम जारी रहा। इस कारण हाईवे पर कई बार यातायात बाधित रहा लेकिन सुबह से ही लगाई गई दो जेसीबी से मलबा जल्दी-जल्दी हटाकर यातायात को संचालित किया जाता रहा। एनएच और पीडब्लूडी के अधिकारी लगातार मौके पर नजर रखे गए हैं।
क्वारब के पास पिछले महीने बड़े पैमाने पर भूस्खलन हो जाने से पहाड़ लगातार दरक रहा है। कई बार सड़क बाधित हो चुकी है। रविवार को केंद्रीय राज्य मंत्री अजय टम्टा ने मौके का निरीक्षण किया था। रविवार की रात और सोमवार की सुबह भी पहाड़ से मलबा और पत्थर गिरते रहे। इस कारण कई बार रास्ता बाधित रहा। इस दौरान जाम लगा रहा तथा सड़क को बार-बार खुलवाकर यातायात को चलाया जाता रहा। लोकनिर्माण विभाग के एई जीएस पांडे ने बताया कि सुबह से ही दो जेसीबी मौके पर तैनात थी इसलिए मलबा तो गिरा लेकिन उसे समय से हटवाया जाता रहा।
टीएचडीसी की टीम का होता रहा इंतजार, नहीं पहुंचे अधिकारी
पहाड़ का ट्रीटमेंट कराने के लिए अध्ययन के लिए टीएचडीसी के अधिकारियों की एक टीम सोमवार को क्वारब में आनी थी लेकिन दिनभर अधिकारी टीम का इंतजार करते रहे, कोई भी अधिकारी नहीं पहुंचा। स्थानीय अधिकारियों ने बताया कि पिथौरागढ़ में एक अन्य स्थल का निरीक्षण करने गई टीम ज्यादा समय लग जाने के कारण वहीं रुक गई। अब मंगलवार को टीम के आने की संभावना है।
रानीखेत होते हुए निकाले वाहन
क्वारब के आसपास के दिनभर यातायात बाधित रहने के कारण वाहन चालकों ने रानीखेत होते हुए अल्मोड़ा की ओर अपने वाहन निकाले जबकि अल्मोड़ा की ओर से आने वाले वाहनों को क्वारब के पास खैरना होते हुए संपर्क मार्गाें से होकर हल्द्वानी की ओर रवाना हुए। इस दौरान कई किलोमीटर दूर का अतिरिक्त चक्कर भी लगाना पड़ा।
जियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया की भी लेंगे मदद
डीएम आलोक कुमार पांडे बे बताया कि क्वारब के दरके हुए पहाड़ की समस्या का स्थाई समाधान करने में ज्यादा समय लगने को देखते हुए यहां झूला और बैली पुल बनाने की संभावनाओं पर काम किया जा रहा है। जियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया की भी मदद ली जाएगी।