उत्तर प्रदेश:- गवाह को धमकाने के मामले में कोर्ट ने सपा नेता आजम खां को शनिवार को तलब किया। वह कोर्ट में कड़ी सुरक्षा के बीच पेश हुए। वह एक साल से सीतापुर जेल में बंद हैं। जन्म प्रमाणपत्र मामले में सात साल की सजा सुनाए जाने के बाद वह पहली बार वह रामपुर कोर्ट पहुंचे।
सपा नेता आजम खां पर 84 मुकदमे कोर्ट में विचाराधीन हैं, इनमें से एक मामला गवाह को धमकाने का भी है। बेरियान निवासी नन्हे ने 17 अगस्त 2022 को शहर कोतवाली में सपा नेता आजम खां समेत छह लोगों के खिलाफ धमकाने का मुकदमा दर्ज कराया था।
उनका आरोप है कि वह डूंगरपुर के एक मामले में वादी है। आरोप है कि कुछ लोग उसके घर आए और सपा नेता के पक्ष में गवाही न देने पर धमकाया। यह मामला फिलहाल एमपी-एमएलए सेशन कोर्ट में विचाराधीन है। कोर्ट द्वारा सपा नेता को पहले 15 अक्तूबर को तलब किया गया था, लेकिन राज्यपाल के आगमन की वजह से वह पेश नहीं हो सके थे।
कोर्ट ने अब उनको फिर से शनिवार को तलब किया। बेटे के जन्म प्रमाण पत्र मामले में 18 अक्तूबर को कोर्ट ने उन्हें सात साल की सजा सुनाई थी। तभी से वह सीतापुर जेल में बंद हैं।
जमीन के 27 मामले एक साथ चलाने की सुनवाई 21
किसानों की जमीन कब्जाने के 27 मामलों की सुनवाई एक साथ किए जाने की रिवीजन सेशन कोर्ट में दाखिल की गई है, जिस पर शुक्रवार को सुनवाई हुई। अब इस मामले की सुनवाई 21 अक्तूबर को होगी। वहीं निचली अदालत ने सपा नेता आजम खां के एक साथ सुनवाई करने के प्रार्थना पत्र को खारिज कर दिया था, जिस पर उनके अधिवक्ता ने सेशन कोर्ट में रिवीजन दाखिल किया है।