आगरा-अलीगढ़ राजमार्ग पर तेज रफ्तार पर दौड़ रही कार पर चालक नियंत्रण खो बैठा और डिवाइडर से टकराने के बाद कार करीब सात फीट हवा में उछली और फिर पेड़ से टकराने के बाद 15 फीट गहरी खाई में जा गिरी। हादसे में एक ही परिवार के तीन बच्चों और दो महिलाओं की मौत हो गई। तीन लोग गंभीर रूप से घायल हुए।
दोनों भाई परिवार के साथ 1 नवंबर सुबह अपनी कार से बेलौन वाली देवी के दर्शन करने और गंगा स्नान करने गए थे। हादसे के वक्त आगरा लौट रहे थे। गाड़ी हार्डवेयर कारोबारी अनुज अग्रवाल चला रहे थे। हादसा इतना भीषण था कि कार के परखच्चे उड़ गए। धमाके की आवाज सुनकर हाईवे से गुजर रहे वाहन सवार लोग रुक गए और घटना स्थल की ओर दौड़ पड़े। लोगों ने बमुश्किल घायलों और मृतकों को गाड़ी से निकाला। सूचना पर कोतवाली चंदपा पुलिस मौके पर पहुंच गई। पुलिस ने शवों को पोस्टमार्टम कराने के बाद आगरा भिजवा दिया है।
हादसे में सोनम (40) पत्नी अनुज अग्रवाल, इनके बेटे मिताई (5), रुबी (37) पत्नी सौरभ अग्रवाल, बेटे चेतन (10) की मौत मौके पर हो गई। अनुज अग्रवाल (38), बेटी हांती (12), सौरभ अग्रवाल (38) और इनका बेटा गौरांग (9) गंभीर रूप से घायल हुए हैं। इन्हें उपचार के लिए बागला जिला अस्पताल लाया गया। वहां से गंभीर रूप से घायल सौरभ और गौरांग को उपचार के लिए आगरा रेफर कर दिया गया। आगरा में उपचार के दौरान गौरांग की भी मौत हो गई।
इस हादसे ने दो परिवारों को मां की ममता से महरूम कर दिया। हादसे में अनुज अग्रवाल की पत्नी सोनम व सौरभ अग्रवाल की पत्नी रुबी की मौत हो गई है। दोनों के बच्चों को अब मां की ममता नहीं मिल पाएगी। सोनम की बेटी हांती और रूबी के बेटे गौरांग को अब मां का प्यार कभी नहीं मिल पाएगा। आगरा रोड पर चंदपा के निकट केवल गढ़ी पर हुए हदसे को लेकर सम्भागीय परिवहन विभाग की ओर से अपनी रिपोर्ट शासन को भेजी गई है। इसमें उन्होंने चालक की लापरवाही व ध्यान भंग होना हादसे का कारण बताया है।
एआरटीओ लक्ष्मण प्रसाद के निर्देश पर पीटीओ राम बाबू की टीम मौके पर निरीक्षण के लिए पहुंची। उन्होंने बताया कि यहां सड़क पर मोड़ होने के कारण इसे ब्लैक स्पॉट में शामिल किया हुआ है, लेकिन इस घटना में किसी जानवर के सामने आने, किसी वाहन को बचाने के चलते हादसा होने आदि का कारण समाने नहीं आया है। यह हादसा चालक की लापरवाही व ध्यान भंग होने के कारण हुआ है।