मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सोमवार को पटना जंक्शन के निकट निर्माणाधीन भूमिगत पैदल यात्री मार्ग (सब-वे) का निरीक्षण किया। यह सब-वे पटना जंक्शन से मल्टी लेवल पार्किंग होते हुए जीपीओ गोलम्बर तक बनाया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने ट्रैवेलेटर, एस्केलेटर सहित यात्री सुविधाओं का भी जायजा लिया और अधिकारियों से विस्तृत जानकारी प्राप्त की। उन्होंने स्पष्ट निर्देश दिया कि सब-वे के बचे हुए कार्यों को शीघ्र पूर्ण कर आमजन के लिए सुविधा प्रारंभ कराई जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि सब-वे के शुरू होने से पटना जंक्शन क्षेत्र में भीड़भाड़ में कमी आएगी और सार्वजनिक परिवहन व्यवस्था बेहतर होगी।
इस भूमिगत मार्ग का मुख्य उद्देश्य पटना जंक्शन क्षेत्र में यातायात के दबाव को कम करना और मल्टी मॉडल हब के जरिए यात्रियों को बेहतर कनेक्टिविटी उपलब्ध कराना है। करीब 440 मीटर लंबा यह सब-वे पटना जंक्शन से बुद्ध स्मृति पार्क के पास बन रही मल्टी-लेवल पार्किंग और जी+2 मल्टी मॉडल हब को जोड़ेगा। इस हब में ऑटो रिक्शा, ई-रिक्शा, कैब, निजी वाहनों और सिटी बसों की अलग-अलग पार्किंग की व्यवस्था की गई है, जिससे शहर के यातायात को नया आयाम मिलेगा।
भूमिगत मार्ग का निरीक्षण करने के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अशोक राजपथ स्थित डबल डेकर फ्लाईओवर का भी निरीक्षण किया। उन्होंने गाड़ी से ऊपरी और निचली दोनों पुलों का अवलोकन किया और अधिकारियों को शेष कार्य शीघ्रता से पूरा करने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस फ्लाईओवर के चालू होने से पटना यूनिवर्सिटी के छात्र-छात्राओं के साथ-साथ स्थानीय निवासियों को आवागमन में बड़ी सुविधा मिलेगी। साथ ही अशोक राजपथ पर गाड़ियों के अनावश्यक शोर से भी राहत मिलेगी, जिससे इलाके का वातावरण अधिक शांतिपूर्ण बनेगा।
डबल डेकर फ्लाईओवर की कुल लंबाई 2.2 किलोमीटर है। ऊपर का पुल कारगिल चौक से साइंस कॉलेज तक फैला है, जबकि नीचे का पुल बीएन कॉलेज से पटना कॉलेज तक 1.7 किलोमीटर लंबा बनाया गया है। इस पुल में पीएमसीएच आने-जाने वालों के लिए कृष्णा घाट के पास कनेक्टिविटी दी गई है। इसे पीएमसीएच के मल्टी लेवल पार्किंग से भी जोड़ने की योजना है। यह डबल डेकर फ्लाईओवर मुख्यमंत्री के ड्रीम प्रोजेक्टों में शामिल है, जिसका उद्देश्य पटना के प्रमुख शैक्षणिक और स्वास्थ्य संस्थानों तक आसान और तेज पहुंच प्रदान करना है।
मुख्यमंत्री के इस निरीक्षण कार्यक्रम में उनके प्रधान सचिव दीपक कुमार, सचिव अनुपम कुमार, सचिव कुमार रवि, बिहार राज्य पुल निर्माण निगम लिमिटेड के अध्यक्ष शीर्षत कपिल अशोक और पटना नगर निगम के नगर आयुक्त अनिमेश पराशर समेत कई वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे। सभी अधिकारियों को मुख्यमंत्री ने स्पष्ट निर्देश दिया कि कार्यों में किसी भी प्रकार की लापरवाही न हो और निर्धारित समयसीमा में प्रोजेक्ट पूरे कर आम लोगों को इसका लाभ मिलना शुरू हो।