उत्तर प्रदेश:- पिछले माह शहर के निजी अस्पताल में नकली प्लेटलेट्स चढ़ाने से जौनपुर के मुंगरा बादशाहपुर निवासी वैभव गुप्ता की मौत के मामले में बुधवार को सीएमओ से शिकायत की गई है। मृतक की पत्नी पूजा गुप्ता ने लिखित शिकायत दर्ज कर बताया कि 15,500 रुपये में एक बिचौलिए ने मोतीलाल नेहरू मंडलीय चिकित्सालय (कॉल्विन) से प्लेटलेट्स दिलाने की बात कही थी। जिसे चढ़ाने के कुछ घंटे बाद ही उसके पति की मौत हो गई। इसकी शिकायत पूजा गुप्ता ने शाहगंज थाने में की थी, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। पूजा गुप्ता ने बताया कि उसके पति वैभव गुप्ता को डेंगू हो गया था। बीते नवंबर में उसने पति को लोक सेवा आयोग के नजदीक एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया था। जहां डॉक्टरों ने बताया कि मरीज को छह यूनिट प्लेटलेट्स की जरूरत है। पूजा के एक रिश्तेदार ने बिचौलिए के जरिये उसे 15,500 रुपये में छह यूनिट प्लेटलेट्स दिलाई। उस पर कॉल्विन अस्पताल का नाम चस्पा था।
महिला का आरोप है जैसे उनके पति को प्लेटलेट्स चढ़ाई गई। उनकी तबीयत बिगड़ने लगी। उन्हें सात नवंबर को लखनऊ के लिए रेफर कर दिया गया। जहां आठ नवंबर को निजी अस्पताल में उनकी मौत हो गई। महिला ने सीएमओ को दिए शिकायती पत्र में कहा है कि प्लेटलेट्स नकली होने के शक में कॉल्विन के ब्लड बैंक में पड़ताल की गई तो पता चला कि ये प्लेटलेट्स वहां की नहीं थी। पर्ची पर भरी गईं जानकारियां और एक्सपायरी डेट भी संदिग्ध थीं।
इस मामले में पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने सूबे की योगी सरकार पर निशाना साधते हुए ‘एक्स’ पर ट्वीट किया था। उन्होंने निंदा करते हुए नकली प्लेटलेट्स, रक्त और दवाइयों को बेचने वालों को तत्काल पकड़ने की बात कही थी। कहा था कि पूरे प्रदेश में प्रयागराज की रैंकिंग सबसे निचले स्थान पर आई है। यह भी कहा था कि महाकुंभ के नाम पर प्रयागराज को अरबों का बजट दिया गया। विकास तो हुआ नहीं पर विनाश जरूर हो गया।
किसी बिचौलिए के माध्यम से प्लेटलेट्स लेना सही नहीं है। जबकि अस्पतालों में प्लेटलेट्स आसानी से उपलब्ध है। इस मामले में अगले दो दिनों के अंदर टीम गठित कर जांच कराई जाएगी। – डॉ. आशु पांडेय, सीएमओ