मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से बीते दिन मुख्यमंत्री आवास में नेशनल डिजास्टर मैनेजमेंट अथॉरिटी के अधिकारियों एवं सदस्यों ने भेंट कर जोशीमठ भू-धंसाव से उत्पन्न स्थिति के बाद राहत एवं बचाव कार्यों के संबंध में चर्चा की।
सभी अधिकारियों ने प्रदेश सरकार द्वारा जोशीमठ भू-धसांव क्षेत्र में संचालित राहत एवं बचाव कार्यों के प्रयासों की सराहना करते हुए मुख्यमंत्री धामी को भू-धंसाव के कारणों की जांच तथा आपदा राहत में केंद्रीय मदद का भरोसा दिया।
मुख्यमंत्री धामी ने NDMA के अधिकारियों एवं सदस्यों से भू-धंसाव क्षेत्र की भूगर्भीय तथा अन्य आवश्यक जांच में सभी संबंधित संस्थाओं से समन्वय के साथ कार्य योजना में सहयोग की अपेक्षा की। मुख्यमंत्री धामी ने उत्तराखण्ड के अन्य शहरों की धारण क्षमता के आंकलन हेतु भी आवश्यक परीक्षण आदि की अपेक्षा की।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जोशीमठ का सांस्कृतिक, पौराणिक के साथ सामरिक महत्व भी है, इस शहर को उसके पूर्व स्वरूप में लाने के लिये हमें समेकित प्रयासों की जरूरत रहेगी। इस अवसर पर सचिव गृह मंत्रालय डी. एस. गंगवार, संयुक्त सचिव एस.के जिंदल, NDMA के सदस्य कमल किशोर, ले.ज. से.नि. सैयद अता हसनैन, कृष्ण वत्स, राजेन्द्र सिंह, अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी, सचिव आपदा प्रबंधन डॉ. रंजीत सिन्हा व अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।