सचिवालय में आगामी मानसून से पूर्व आपदा प्रबंधन व अन्य कार्यों की समीक्षा बैठक के दौरान अधिकारियों को अलर्ट मोड पर रहने और आपदा प्रबंधन से जुड़े सभी कार्य निश्चित समयावधि के दौरान पूर्ण करने के निर्देश दिए। आपदा के दृष्टिगत अल्मोड़ा जिला बेहद संवेदनशील है, ऐसे में वहां पर मानसून सीजन के दौरान विशेष रूप से एसडीआरएफ टीम की तैनाती की जाए।
मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि पहाड़ी राज्य होने के कारण मानसून सीजन हमारे लिए एक चुनौती की तरह है। अतिवृष्टि और आपदा से निपटने के लिए तय समय के अंदर ही सभी तैयारियां पूरी कर ली जाएं। पिछले वर्ष जिन स्थानों पर अधिक आपदा आई थी, उन स्थानों को चिन्हित किया जाए और वहां पर आपदा से निपटने के लिए विशेष इंतजाम किए जाएं। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया कि 15 जून से पूर्व नालियों, सिंचाई गूलों और नहरों की सफाई सुनिश्चित की जाए। नगर निगम और पालिका क्षेत्रों में भी यदि कहीं जलभराव से संबंधित कार्य किए जाने हैं तो उन्हें भी तय समय पर पूरा किया जाए।
आपदा और भूस्खलन संभावित क्षेत्रों में विशेष सतर्कता बरती जाए। बंद सड़कों को खोलने के लिए जगह-जगह जेसीबी की तैनाती की जाए। साथ ही समस्त जिलाधिकारी सुनिश्चित करें कि आपदा मद के अंतर्गत होने वाले कार्यों के लिए जल्द से जल्द धनराशि अवमुक्त की जाए। पहाड़ी क्षेत्रों में आवश्यकता पड़ने पर गर्भवती महिलाओं को एयर लिफ्ट करने की व्यवस्था की जाए। इसके अलावा उन्होंने जलजनित बीमारियों की रोकथाम के लिए भी स्वास्थ्य विभाग को समय-समय पर दवाइयों के छिड़काव और मानकों का पालन करवाने के निर्देश दिए।