जोशीमठ में जमीन धंसने और घरों की दीवारों में दरार आने की घटनाएं बढ़ती जा रही हैं। भूधंसाव का दायरा बढ़ने से स्थानीय लोग दहशत में हैं। सुरक्षा के तौर पर कुछ परिवारों को गेस्ट हाउस में शिफ्ट किया गया है। स्थानीय लोग खुद भी सुरक्षित ठिकानों की तलाश कर रहे हैं। उधर राज्य के सीएम पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि लोगों को बचाने के लिए जरूरी कदम उठाए जाएंगे।
जोशीमठ में जमीन धंसने और घरों की दीवारों में दरार आने से स्थानीय लोगों में काफी दहशत फैल गई है। लोगों ने सरकार से मदद की गुहार लगाई है। बीती शाम जोशीमठ में बड़ी संख्या में लोगों ने मशाल जलाकर विरोध प्रदर्शन भी किया।
वहीं मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी जल्द ही जोशीमठ का दौरा भी करेंगे। सीएम धामी ने कहा, “मैं कुछ दिनों में जोशीमठ का दौरा करूंगा। स्थिति को संभालने के लिए हर संभव कदम उठाए जाएंगे। मैंने स्थिति की निगरानी के लिए नगर निगम के अध्यक्ष शैलेंद्र पवार से बात की है।”
8 सदस्यों की समिति गठित
मुख्यमंत्री धामी ने इस क्षेत्र के दोबारा अध्ययन के लिए विशेषज्ञों की आठ सदस्यीय टीम गठित की है। यह टीम आज से जोशीमठ में रहेगी और साथ ही दो दिन तक भूधंसाव वाले क्षेत्रों का निरीक्षण करेगी। समस्या के समाधान के लिए तात्कालिक और दीर्घकालिक उपायों के दृष्टिगत सरकार को सुझाव देगी।